देहरादून। भ्रष्टाचार में शामिल पुरोला नगर पंचायत के अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को आखिरकार बेइज्जत होकर कुर्सी से उतरना पड़ा है। शासन ने नेगी को बर्खास्त कर दिया है। पुरोला नगर पचायत अध्यक्ष पर मनमाने तरीके से लाखों के टेंडर आवंटित कर घोटाले करने के आरोप लगे थे।
शहरी विकास निदेशालय की जांच में नेगी पर लगे आरोपों की पुष्टि होने के बाद शासन ने बर्खास्तगी का आदेश जारी किया। कुछ यही हाल देश की सबसे अमीर नगर पालिका का खिताब रखने वाली मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष अनुज गुप्ता का भी है। गुप्ता पर भी करोड़ों के घोटाले करने के आरोप हैं। हाईकोर्ट से लेकर विभिन्न स्तरों पर घोटालेबाज गुप्ता के खिलाफ शिकायतों की जांच चल रही हैं। गुप्ता ने जिस तरह से घोटालों को अंजाम दिया है, वह उसे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा सकते हैं। माना जा रहा है कि चुनाव से पहले ही न केवल गुप्ता को बर्खास्तगी का बल्कि आपराधिक मुकदमे का भी सामना करना पड़ सकता है। इस मामले में गुप्ता के साथ अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी, यूडी तिवारी व सेमवाल को भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।