बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर भाजपा सदस्य रमेश बिधूड़ी के ख़िलाफ़ शु्क्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा और मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का आग्रह किया।
अली ने पत्र में कहा है कि वह भाजपा सांसद बिधूड़ी के ख़िलाफ़ नियम 222, 226 और 227 के तहत नोटिस देना चाहते हैं।
दरअसल, ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों के विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए सांसद बिधूड़ी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के ख़िलाफ़ बेहद आपत्तिजनक और भद्दे शब्दों का इस्तेमाल किया था।
बिधूड़ी ने लोकसभा में उनके ख़िलाफ़ ‘आतंकवादी’, ‘उग्रवादी’ और कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
उत्तर प्रदेश के अमरोहा से लोकसभा सदस्य ने पत्र में कहा, ‘‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि नियम 227 के तहत इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाए…मेरा आग्रह है कि इस मामले में जांच का आदेश दिया जाए।’’
दानिश अली का कहना है कि इस मामले में कार्रवाई ज़रूरी है ताकि देश का माहौल और दूषित न हो। भाजपा सदस्य को अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
पीठासीन सभापति कोडिकुनिल सुरेश ने इस पर बिधूड़ी के आपत्तिजनक शब्दों को रिकॉर्ड से हटाने का निर्देश दिया था ।
कल सदन में शोर-शराबा जारी रहने पर सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने विवादित टिप्पणी सुनी नहीं है, लेकिन बिधूड़ी ने यदि कुछ ऐसी टिप्पणी की है, जिससे बसपा सांसद की भावना आहत हुई है तो इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा था, ‘‘मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं।’’
मायावती ने कहा ‘भाजपा द्वारा अभी तक समुचित कार्रवाई न करना दुर्भाग्यपूर्ण’
वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने उनकी पार्टी के नेता दानिश अली के ख़िलाफ़ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर शुक्रवार को कहा कि सत्तारूढ़ दल द्वारा उनके (बिधूड़ी) विरूद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई न करना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शुक्रवार को सोशल साइट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘दिल्ली से भाजपा सांसद द्वारा बीएसपी सांसद दानिश अली के ख़िलाफ़ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को हालांकि स्पीकर ने रिकॉर्ड से हटाकर उन्हें चेतावनी भी दी है व वरिष्ठ मंत्री ने सदन में माफी मांगी, किंतु पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई नहीं करना दुखद/दुर्भाग्यपूर्ण।”