इंक़लाब ज़िंदाबाद के सौ साल और हसरत मोहानी
May25
शाहीन अंसारी बहुत सारे हिंदुस्तानी शायर ऐसे हुए हैं, जिनकी क़लम ने अपनी ताकत पर भारतीयों को अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिए उत्साहित किया मगर आज हम जिस आजादी के दीवाने की बात कर रहे हैं, वो शायर होने के साथ-साथ एक पत्रकार, राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी और साझी विरासत
इतिहास से सबक लेने की जरूरत है, ना की इतिहास को बदलने और बदला लेने की
May14
इतिहास से सबक लेने की जरूरत है, ना की इतिहास को बदलने और बदला लेने की। इतिहास का हिसाब चुकाते-चुकाते जिंदगी कम पड़ जाएगी। गरीबी, बेरोजगारी, अन्याय और असमानता को दूर कर लोकतंत्र को मजबूत करना देश की प्राथमिकता होना चाहिए। अतीत की खुदाई नहीं, भविष्य के नवनिर्माण की पहल