नई दिल्ली: हमास-नियंत्रित आंतरिक मंत्रालय ने कहा है कि एक इजरायली एयर स्ट्राइक ने गाजा में एक ऑर्थोडॉक्स ग्रीक चर्च पर हमला किया है, जिसमें लगभग 500 फिलिस्तीनी लोग रह रहे थे. इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद इन लोगों ने अपना घर छोड़कर यहां शरण ली थी. चर्च के अधिकारियों ने भी इस तबाही के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है.
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए. ग्रीक ऑर्थोडॉक्स सेंट पोर्फिरियस चर्च गाजा का सबसे पुराना चर्च है. अल जज़ीरा के अनुसार, चर्च के एक पादरी ने भविष्यवाणी की थी कि इसे निशाना बनाया जाएगा, क्योंकि मुस्लिम और ईसाई दोनों यहां शरण लिए हुए थे. फादर एलियास ने कहा था कि चर्च पर कोई भी हमला न केवल धर्म पर हमला, बल्कि मानवता पर भी हमला होगा, जो एक घृणित कार्य है.
वॉशिंगटन पोस्ट का कहना है कि उसने हमले कहा हुआ उस स्थान का पता लगा लिया है और एक वीडियो के आधार पर चर्च के स्थान की पुष्टि की है, जिसमें लोगों को एक नष्ट हुई इमारत के मलबे में तलाश करते हुए दिखाया गया है.
चर्च से जुड़े ऑर्डर ऑफ सेंट जॉर्ज ने एक बयान जारी कर पुष्टि की है कि चर्च को नष्ट कर दिया गया है.
बयान में कहा गया है, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि आर्कबिशप एलेक्सियोस का पता लगा लिया गया है और वह जीवित हैं, लेकिन हमें नहीं पता कि वह घायल हैं या नहीं. चर्च और मठ में रह रहे 500 से अधिक लोगों में से किसी अन्य की स्थिति के बारे में हमारे पास कोई जानकारी नहीं है, जिसमें वह व्यक्ति भी शामिल है जो हमारी अधिकांश जानकारी के लिए हमारा सूत्र रहा है.’
बयान में कहा गया है, ‘बमों ने दो चर्च हॉलों को निशाना बनाया, यहां शरणार्थी, जिनमें बच्चे और शिशु भी शामिल थे, सो रहे थे. फिलहाल जीवित बचे लोग मलबे में अन्य हताहतों की तलाश कर रहे हैं. घटनास्थल पर मौजूद हमारे सूत्र का कहना है कि उनका अनुमान है कि 150-200 लोग मारे गए हैं और यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि मलबे में और लोग पाए जाएंगे.’
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक 3,000 लोग मारे गए हैं और 12,500 घायल हुए हैं. इजरायल में 7 अक्टूबर को हमास के अचानक हुए हमले और उसके बाद 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं.