देहरादून/ किच्छा। लोकसभा चुनाव की वैतरणी पार करने की कोशिशों में लगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के भ्रष्टाचारमुक्त शासन के दावों पर किच्छा नगर पालिका का एक भ्रष्ट ईओ गुरमीत सिंह पलीता लगा रहा है। कमीशनखोरी के खेल में गुरमीत सिंह इस कदर मस्त है कि उसे कायदे कानूनों की भी परवाह नहीं है, 50 फीसदी तक कमीशनखोरी के लिए गुरमीत सिंह जैम पोर्टल को हथियार बनाकर पुलिंग के जरिये बजार दर से भी तीन गुना अधिक दामों पर वर्क आर्डर जारी कर अपने इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहा है। आलम यह है कि भारत सरकार से लेकर उत्तराखण्ड सरकार तक जिस एक किलोवाट सोलर लाइट पैनल को 50 हजार रूपये से भी कम कीमत पर स्थापित किया जा रहा है उसे किच्छा में मुख्यमंत्री धामी की नाक के नीचे अधिशासी अधिकारी प्रति किलोवाट 1 लाख 27 हजार रूपये की दर से ठेकेदार को कमीशनखोरी के लिए भुगतान कर रहा है।
इस तरह गुरमीत सिंह ने तीन गुना अधिक दर पर एक ठेकेदार को 1 करोड़ से अधिक का वर्क आर्डर जारी किया है। कमीशनखोरी के लिए भ्रष्ट गुरमीत सिंह इस कदर पगलाया हुआ है कि जो प्रस्ताव नगर पालिका बोर्ड के पारित किए गए थे उन कार्यों के टेंडर चेयरमैन के नाम पर अब जारी किए जा रहे हैं। इसी तरह गुरमीत सिंह ने एक और 7 करोड़ 50 लाख की लागत का एक और वर्क आर्डर आपराधिक सांठगांठकर एक ही परिवार की तीन फर्मों को वित्तीय निविदा में शामिल कर वर्क आर्डर जारी किया है। पति-पत्नी और साले के नाम पर संचालित होने वाली फर्मों के साथ सांठगांठ कर कमीशनखोरी के लिए गुरमीत सिंह यह खेल बेरोकटोक संचालित कर रहा है। गुरमीत सिंह यह गोरखधंधा तब संचालित कर रहा है जबकि एक ही परिवार की दो फर्मों द्वारा हरिद्वार में अधिकारियों से सांठगांठ कर टेंडर हासिल करने की हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई जांच चल रही है।
मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार मुक्त शासन के दावों के विपरीत किच्छा नगर पालिका में जिस तरह अधिशासी अधिकारी गुरमीत सिंह कमीशनखोरी के गोरखधंधे को अंजाम दे रहा है वह धामी के साथ ही मोदी के दावों पर भी पलीता लगा रहा है। अब देखना है कि धामी इस भ्रष्ट ईओ के कारनामों की जांच कराते हैं या फिर मुख्यमंत्री के दिखाने के दांत कुछ, और खाने के कुछ और हैं। यह भ्रष्टचार व घपले घोटालों की गंभीर शिकायतों पर मुख्यमंत्री क्या रूख अपनाते हैं से ही स्पष्ट होगा।
इतना तय है कि यदि गुरमीत सिंह के भ्रष्ट कारनामों की अगर ईमानदारी से जांच होती है तो गुरमीत सिंह को जेल की रोटी खाने से कोई नहीं रोक पाएगा।