नई दिल्ली: कठोर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) से जुड़े एक एफआईआर के तहत ‘आतंकवादी संबंधों से संबंधित’ मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस ने मंगलवार सुबह कई पत्रकारों, स्टैंड-अप कॉमेडियन, व्यंग्यकारों और टिप्पणीकारों के घरों पर छापेमारी की है.
द वायर को पता चला है कि ये छापेमारी एफआईआर संख्या 224/2023 के संबंध में की गई है, जिसे 17 अगस्त, 2023 को दर्ज किया गया था. एफआईआर में कठोर यूएपीए की कई धाराओं (13, 16, 17, 18 और 22) के अलावा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करना) और धारा 120बी (आपराधिक साजिश में शामिल होना) को शामिल किया गया है.
अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है, लेकिन इस छापेमारी ने 1975 में आपातकाल की याद दिला दी.
वीडियो पत्रकार अभिसार शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह, अनुभवी पत्रकार उर्मिलेश, समाचार वेबसाइट न्यूज़क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ और लेखक गीता हरिहरन, प्रसिद्ध पत्रकार और टिप्पणीकार औनिंद्यो चक्रवर्ती, कार्यकर्ता और इतिहासकार सोहेल हाशमी के अलावा व्यंग्यकार और स्टैंड-अप कॉमेडियन संजय राजौरा के यहां मंगलवार सुबह-सुबह ‘छापेमारी’ की गई.
अब जानकारी आ रही है कि कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और दिग्गज पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता के घर पर भी छापेमारी की गई है. पता चला है कि मुंबई में रहने वाली सीतलवाड़ से दिल्ली पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. इसके अलावा पत्रकार सुबोध वर्मा, जो पहले टाइम्स ऑफ इंडिया से जुड़े थे और अब न्यूज़क्लिक से जुड़े हैं, पर भी छापा मारा गया.